Thursday, July 31, 2014

zindagi udhar ki

zindagi udhaar ki
apni bas liability 
assets hain yaar ki

udhaar ki
zindagi

(speaks) bhai zara 500 udhaar de
khali pocket!
recession mein ho chali hai ATM si zindagi, 
emergency ho cash ki , cash ismein ho nahin
zindagi.. udhaar ki...

bhai date hai, bike udhar de
saali bullet!
fatfatiye sa fatafat hota hai mujhko pyar
signals ke confusion mein ho crash baar baar
zindagi.. udhaar ki...

bhai ek sutta udhaar de
khali dabba!
80 mm ka nasha, nashe mein kat rahi
har taraf bas hai dhuwaan, dhuwein mein zindagi
zindagi.. udhaar ki...

zindagi haan zindagi hai udhaar ki ye udhaar ki x2
subah ki ghas pe os jaisi lagti
khoobsurat par nahin do pal thaharti

ye zindagi
udhaar ki
apni bas liability 
assets hain yaar ki
udhaar ki




Tuesday, July 15, 2014

आ भी जा

तेरे बिन ज़िन्दगी ज़िन्दगी तो  नहीं
दिन गुज़रते हैं रो रो कर, रातें कटती नहीं
सांसें बे आरज़ू
लम्हे बे सुकूं
तेरे बिन मैं क्या करूँ
तू ही बता अब कैसे जियूँ

मान जा
यूँ ना सता
आ भी जा, आ भी जा
यूँ ना  रुला
आ भी जा, आ भी जा
मान जा

इश्क़ है ऐसा सफ़र
कांटो भरी रहगुज़र
मुझको इसकी नहीं खबर थी कभी
कैसे मोड़ पे है रुकी
तेरे बग़ैर ये  ज़िन्दगी
तू ही बता क्या गलत है क्या है सही?
मेरे सवालों का तू जवाब दे
मुझे फिर से तू वही ख़्वाब दे

मान जा.....

दूर तो क्यों गयी
अजनबी तू क्यों हुई
तूने वादा किया था मुझसे कभी रूठेगी नहीं
बस इतना रहम कर
सुन ले ओ बेख़बर
आईने टूट जाएँ तो फिर जुड़ते नहीं
मेरा मंज़र वो हसीं लौटा दे
फ़िज़ा बंज़र जमी पे तू  बिखरा दे


मान जा...

Sunday, July 13, 2014

इंतज़ार

हर शाम मुझको तेरा इंतज़ार रहता है
तेरे मिलने को दिल बड़ा बेक़रार रहता है
हर शाम
हर शाम


तेरी परछाइयों से करते हैं सनम गुफ़्तगू
ढूँढा  करते हैं गुलशन में तेरी ख़ुशबू
जुगनुओं तुम ही बता दो मुझे इनका पता
अब तो कर ही दूँ अपना हाल-ए-दिल मैं बयां
ये धुन ये जज़्बा बरक़रार रहता है
हर शाम मुझको तेरा इंतज़ार रहता है

अक़्स तेरा है झलकता चाँद तारों में
नूर तेरा है बरसता इन नज़ारों में
ए ख़ुदा ! ये है दुआ वो दिन आए
मैं कहूँ तुझपे ग़ज़ल, सुन तू शरमाए
इसी ख्वाहिश में हर एक लम्हा गुज़रता है

हर शाम मुझको तेरा इंतज़ार रहता है
तेरे मिलने को दिल बड़ा बेक़रार रहता है
हर शाम
हर शाम



Thursday, July 10, 2014

Baarish

बारिश की बूँदें ये कहें 
तेरा मौसम हमेशा रहे 
मिटटी की सोहनी ये महक 
ज़िक्र एक बस तेरा ही करे 

जैसे बादल मैं फिरता रहा 
मैं सवालों में उलझा रहा 
दर-बदर मैं भटकता ही रहा 
मुझे  ठिकाना मगर न मिला 
तू आई 
संग लेके
सुकून लाई, ख़ुशी लाई


मेरे दिल की इस  बंज़र ज़मीं 
पे जाने कब से ग़ुल खिले ही नहीं 
गुलशन की खुशबू होती है क्या 
ये मुझको न ख़बर थी कभी

जैसे प्यासे भँवरे की तरह
जैसे टूटे पत्ते की तरह
तेरी चाह में बंजारा बना
मुझे ठिकाना मगर न मिला

तू आई 
संग लेके
सुकून लाई, ख़ुशी लाई
तू आई 


Tuesday, July 8, 2014

Yakeen

यूँ तो ज़िन्दगी तेरे बग़ैर भी नहीं रुकी है
दिन है रोज़मर्रा की तरह और राते भी वहीँ हैं
सच है ये भी मगर
तू बने हमसफ़र
तो ये ज़िन्दगी के सारे इम्तिहाँ भी कुछ नहीं हैं
मुझे यकीन है x3

तेरी यादें लेके आई इस हवा में भी ज़रा नमी हैं
दिल धड़क रहा' ठहर के और सांसें भी दबी हैं
ओ मेरी दिलरुबा
सुन ले मेरी दुआ
जो तू हाथ थाम ले तो साथ आसमा और जमी है
मुझे यकीन है x4


तेरे मेरे दरमियाँ
ज़रा सा है बस फासला
एक क़दम ले मैं चला
एक क़दम तू भी बढ़ा

तेरी मंजिल से मेरी मंजिल जुदा नहीं है
तू हाँ कहेगी, एक दिन ये होगा मुझे यकीन है
मुझे यकीन है x4